उत्तराखंड की कला, संस्कृति और उत्पादों को दुनिया तक ले जाने के मिशन के साथ पहाड़ी युगल ।
रोजगार के अभाव में पलायन के चलते वीरान होते गांवों की दुर्दशा से हम सब वाकिफ हैं। हर कोई प्रशासन की दिशाहीनता को इसके लिए दोषी मानता है पर क्या कभी हमने ये सोचा के हम इसके लिए क्या कर सकते हैं। शायद नहीं। परंतु उत्तराखंड के एक युगल ने इस विषय में सोचा और उत्तराखंड का पहला ऑनलाइन बाजार www.uttarakhandhaat.com बनाया जहां उत्तराखंड के उद्यमी, हस्तशिल्प कलाकार, स्वयं सहायता समुह, इत्यादि अपने उत्पादों को संपूर्ण भारत में घर बैठे बेच सकते हैं।
रानीखेत के एक युगल पवन और शिवानी किरौला ने उत्तराखंड हाट की स्थापना की जिसका मकसद है के उत्तराखंड की जीवंत कला, संस्कृति, और उत्पाद एक छत के नीचे उपलब्ध हो और इसे संपूर्ण भारत के साथ दुनिया में जाना जाए।
उत्तराखंड हाट एक ईकामर्स प्लेटफॉर्म है जिसके साथ कोई भी व्यक्ति जो उत्तराखंड से जुड़े उत्पाद बनाता हो या बिक्री करता हो जुड सकता है और सेल कर सकता है।
उत्तराखंड में प्रतिभा की कमी नहीं है। यहाँ कई लोग है जो अलग हस्तकला में माहिर है, जैसे कई लोग बांस और रिंगाल द्वारा अलग-अलग उत्पाद जैसे टोकरी, बैग, घर सजावट के सामान इत्यादि बनाते हैं, कुछ लोग ऐपण की कला में माहिर हैं, कुछ लोग ऊनी कपड़े बनाने में पारंगत हैं, और कुछ लोग काष्ठ कला में निपुण हैं। इसी तरह उत्तराखंड के कोने – कोने में कला बसी हुई है परंतु सही मार्केट न मिलने की वजह से ये काला विलुप्त होने की कगार पे खड़ी है। उत्तराखंड हाट ऐसी प्रतिभाओं को एक मंच प्रदान कर रहा है जिससे उत्तराखंड का हर हस्तशिल्पी अपने उत्पाद को सीधे पूरे भारत में ऑनलाइन बेच सकता है।
www.uttarakhandhaat.com के माध्यम से आप घर बैठे उत्तराखंड के मूल उत्पाद ऑर्डर कर सकते हैं और ये उत्पाद दिए गए पते पर वितरित कर दिया जाएगा।
संस्थापकों के अनुसार, uttarakhandhaat.com से होने वाली आय का 20% उत्तराखंड के गांवों में रहने वाले लोगों के कौशल विकास में योगदान दिया जाएगा।
उत्तराखंड हाट की वेबसाइट पे आपको इस समय 100 से अधिक प्रोडक्ट्स मिल जाएंगे और इनकी संख्या समय के साथ बढ़ती जाएगी ऐसा कहना है उत्तराखंड हाट के संस्थापक पवन और शिवानी किरौला का।